8 फरवरी से पाकिस्तान में आम चुनाव होंगे। ये चुनाव इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ (PTI) ने जीता है। बिना चुनाव चिह्न के और कड़ी कार्रवाई के बीच। इमरान और पार्टी दोनों को ऐसे समय में ये निर्णय बुरा लगेगा।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी दोनों को दस साल की सज़ा सुनाई गई है। 30 जनवरी को इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने यह फैसला सुनाया है।
पाकिस्तान में 8 फरवरी से आम चुनाव होने वाले हैं। ये चुनाव इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ (PTI) ने जीता है। बिना चुनाव चिह्न के और कड़ी कार्रवाई के बीच। इमरान और पार्टी दोनों को ऐसे समय में ये निर्णय बुरा लगेगा।
इमरान खान किस मामले में फंसे ?
27 मार्च 2022 को संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी हो रही थी। इमरान खान लगातार लोकप्रिय हो रहे थे। उनकी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग जुटते थे। इस्लामाबाद में भी एक बड़ी रैली हुई। इमरान मंच पर भाषण दे रहे थे। जेब से यकायक एक पन्ना निकाला। उन्हें पद से हटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय साज़िश का दावा किया गया, और ये पन्ना इस साज़िश का सबूत है।
9 अप्रैल को इमरान की सरकार गिर गई। तो इस कथित सबूत के बारे में उन्होंने अधिक जानकारी दी। तब से वे लगातार दावा कर रहे हैं कि अमेरिका ने उनके खिलाफ अविश्वास मत बनाया था।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) की सरकार ने इसके जवाब में इमरान पर गुप्त दस्तावेजों को खोलने का आरोप लगाया। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने भी उस राजनयिक दस्तावेज़ को वापस नहीं किया है। डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने दस्तावेज़ के "दुरुपयोग" से पाकिस्तान के विदेशी संबंध प्रभावित हुए हैं।
क्या था इस दस्तावेज़ में ?
PTI ने लंबे समय से दावा किया है कि दस्तावेज़ में अमेरिका ने इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाने की धमकी दी थी। वास्तव में, 7 मार्च 2022 को अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों और पूर्व पाकिस्तानी राजदूत असद मज़ीद खान की एक बैठक हुई। इसी बैठक का विवरण इस दस्तावेज़ में था।
पूरी जानकारी सार्वजनिक डोमेन में नहीं मिली। यह भी नहीं हो सकता, क्योंकि पाकिस्तान के आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (1923), इसकी सुरक्षा करता है। लेकिन अगस्त 2023 में द इंटरसेप्ट, अमेरिकी न्यूज़ संगठन, ने पाकिस्तानी सेना के एक स्रोत का हवाले से दस्तावेज़ का एक भाग छाप लिया।
क्या सामने आया? अमेरिकी अफसरों ने बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध पर इमरान की चुप्पी पर नाराज़गी जताई। फिर इमरान जंग शुरू होने के तीन दिन के अंदर रूस भी गए। ये अमेरिकियों को पसंद नहीं आया। सद मजीद ने मीटिंग का विवरण एक केबल से इस्लामाबाद भेजा। ‘सीक्रेट’ शब्द उस पर लगा था।
इमरान के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने अविश्वास मत की दिशा में एक दिन बाद पहल की। अमेरिकी विदेश विभाग ने, हालांकि, कई बार स्पष्ट रूप से कहा है कि इमरान को बर्खास्त करने में उनका कोई रोल नहीं है।
इमरान खान वर्तमान में कहां हैं?
अगस्त बीते वर्ष, इमरान खान और महमूद क़ुरैशी पर पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने देश के गुप्त कानूनों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया था। दोनों के पक्ष में दस गवाहों ने बयान दिए। इमरान और क़ुरैशी की गिरफ्तारी के बाद, दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को ज़मानत दी।
इमरान को तोशखाना केस से बचाया गया। उन्हें अगस्त महीने में ही जेल में डाल दिया गया था और उन्हें तीन साल की सज़ा सुनाई गई थी। उन्हें जेल काटने के लिए अटक ज़िला जेल में डाला गया। उनकी सज़ा बाद में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने निलंबित कर दी थी। लेकिन साइफ़र मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और अभी न्यायिक रिमांड में हैं।